जिंदगी के 62वें बसंत में पहुंचे गौतम अडानी, ऐसे बनें सबसे सफल बिजनेसमैन
भारतीय बिजनेसमैन गौतम अडानी आज यानी की 24 जून को अपना 62वां जन्मदिन मना रहे हैं। बता दें कि भारतीय उद्योगपति गौतम अडानी की सफलता की कहानी एकदम फिल्मी लगती है। अपनी कॉलेज पढ़ाई पूरी न कर पाने वाले गौतम अडानी ने उद्योग जगत में ऐसी लकीर खींची, जो उनकी कामयाबी को तस्दीक करती है। हालांकि अडानी का यह सफर इतना भी आसान नहीं रहा है। तो आइए जानते हैं उनके बर्थडे के मौके पर देश के सबसे सफल बिजनेसमैन गौतम अडानी के जीवन से जुड़ी कुछ रोचक बातों के बारे में…
जन्म और शिक्षा
गुजरात के अहमदाबाद में 24 जून 1962 को गौतम अडानी का जन्म होता है। इनके पिता का नाम शांति लाल और माता का नाम शांता बेन अडानी था। यह कुल 7 ऊाई-बहन हैं। वहीं अडानी के पिता कपड़े का व्यापार करते थे। उन्होंने शुरूआती शिक्षा एससीएन स्कूल से पूरी की। अडानी का परिवार एक छोटे से कस्बे थराड़ से अहमदाबाद आया था। महज 16 साल की उम्र में गौतम अडानी को कारोबार में हाथ आजमाने के लिए मुंबई जाना पड़ा।
ऐसे खड़ा किया बिजनेस
साल 1978 में गौतम अडानी मुंबई पहुंचे और यहां पर हीरे का कारोबार शुरू किया। लेकिन साल 1981 में वह गुजरात वापस आ गए और भाई के साथ प्लास्टिक की फैक्ट्री में काम करने लगे। फिर साल 1988 में अडानी ने कमोडिटी का एक्सपोर्ट-इम्पोर्ट करने वाली कंपनी की शुरूआत की। इस कंपनी का नाम अडानी एंटरप्राइजेज था। वहीं साल 1991 में आर्थिक सुधार के चलते गौतम अडानी का बिजनेस जल्द ही डायवर्सिफाई हुआ और अडानी एक मल्टीनेशनल बिजनेसमैन बन गए।
अडानी की जिंदगी में अहम मोड़
आपको बता दें कि साल 1995 गौतम अडानी के जीवन में काफी सफल साल रहा। इस साल उनकी कंपनी को मुद्रा पोर्ट के संचालन का काम मिला। गुजरात सरकार द्वारा कच्छ में मुद्रा पोर्ट और एसईजेड के संचालन का काम प्राइवेट कंपनी को देने का फैसला किया गया। जोकि अडानी के जीवन के लिए अहम और बड़ा मोड़ साबित हुआ। मुद्रा पोर्ट और एसईजेड के संचालन अडानी कंपनी को मिला और इस तरह से साल 1996 में उनकी कंपनी अडानी पावर लिमिडेट अस्तित्व में आई।
विदेश में फैलाया बिजनेस
इसके बाद गौतम अडानी ने इंडोनेशिया और ऑस्ट्रेलिया में पोर्ट, माइंस और रेलवे जैसे कारोबार में कदम रखा। साल 2010 में अडानी ने इंडोनेशिया में माइनिंग कारोबार शुरू किया और साल 2011 में अडानी ग्रुप ने ऑस्ट्रेलिया के अबॉट प्वांइट कोल टर्मिनल को 2.72 अरब डॉलर में खरीदा। वर्तमान समय में अडानी ने लॉजिस्टिक्स, गैस, माइनिंग, डिफेंस और एयरोस्पेस, पोर्ट जैसे तमाम क्षेत्रों में अपने बिजनेस का विस्तार किया है।
गौतम अडानी बताते हैं कि जब मुंबई में 26/11 में आतंकवादी हमला हुआ, तो वह जीवित बचे लोगों में से एक हैं। वहीं साल 1998 में 1.5 मिलियन डॉलर की फिरौती के लिए गौतम अडानी को किडनैप कर लिया गया था। बताया जाता है कि जब आतंकवादियों ने 26 नवंबर 2008 को हमला किया तो वह ताज होटल में खाना खा रहे थे। इस दौरान वह तहखाने में छिप गए थे, वहीं जब कमांडो ने उस जगह पर कब्जा किया तो अडानी वहां से बचकर निकले।