भूतों ने रातोंरात किया था वृंदावन के इस मंदिर का निर्माण, जानिए इससे जुड़े रोचक तथ्य
वृंदावन को बेहद पवित्र जगह माना जाता है। यह शहर मंदिरों का गढ़ है। वृंदावन में मौजूद हर मंदिर का भगवान श्रीकृष्ण से नाता है। क्योंकि वृंदावन भगवान श्रीकृष्ण की लीलाओं से नाता है। यहां का हर मंदिर श्रीकृष्ण का किसी न किसी घटना का साक्षी रहा है। वृंदावन का हर मंदिर किसी न किसी रहस्य से जुड़ा है।
ऐसे में आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको एक ऐसे मंदिर के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसको किसी राजा ने नहीं बल्कि भूतों ने बनाया है। इस मंदिर को लेकर श्रद्धालुओं में गहरी आस्था देखी जाती है। मंदिर के दर्शन के लिए दूर-दूर से श्रद्धालु यहां पहुंचते हैं। तो आइए जानते हैं भूतों द्वारा बनाए गए इस अनोखे मंदिर के बारे में…
भूतों ने कराया था इस मंदिर निर्माण
बता दें कि वृंदावन में एक प्राचीन मंदिर है, जिसका नाम गोविंद देव जी मंदिर है। इस मंदिर में भगवान श्रीकृष्ण और राधा रानी स्थापित हैं। मान्यता है कि इस मंदिर का निर्माण भूतों ने कराया था।
मान्यता है कि भूतों ने एक ही रात में इस मंदिर की कई मंजिलों का निर्माण कर दिया था। लेकिन फिर काम को अधूरा छोड़कर वृंदावन चले गए। एक कथा के मुताबिक भूतों द्वारा मंदिर निर्माण का कार्य रात में शुरू हुआ था।
मंदिर निर्माण में सुबह हो गई, जिस कारण भूत इस मंदिर का निर्माण कार्य अधूरा छोड़कर वृंदावन चले गए। असल में पहले सुबह के समय गेंहू पीसने वाली चक्की लगाई जाती थी। इस चक्की की आवाज को काफी पवित्र माना जाता है।
बताया जाता है कि सुबह के समय जब मंदिर के आसपास घरों में चक्की पिसनी शुरू हुई, तो भूतों ने मंदिर का निर्माण कार्य अधूरा छोड़ दिया और वृंदावन से चले गए।
बता दें कि एक ही रात में भूतों ने इस मंदिर को ऊंचा बनाया था कि इस मंदिर की सबसे ऊपरी मंजिल पर जलने वाला दीपक आगरा तक दिखता है।