खुल गए बदरी विशाल के कपाट, यमुनोत्री में भारी भीड़ से हालात बेकाबू, पुलिस को करनी पड़ी अपील
बदरीनाथ:भू बैकुंठ बदरीनाथ धाम के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए हैं। कपाट खुलते ही चारों धामों में श्रद्धालुओं का हुजूम उमड़ पड़ा है। उधर राज्यपाल ले.ज. (रि.) गुरमीत सिंह ने केदारनाथ और बदरीनाथ धाम के दर्शन करके प्रदेश की सुख समृद्धि की कामना की है। हालांकि सरकार ने ये कहा था कि चारधामों में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ने के आसार देखते हुए वीवीआईपी और वीआपी फिलहाल यात्रा करने से बचें, लेकिन मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी केदारनाथ के दर्शन को गए और अब राज्यपाल ने केदारनाथ व बदरीनाथ धाम के दर्शन किए हैं।
राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेनि.) आज केदारनाथ और बदरीनाथ धाम पहुंचे। पहले उन्होंने बाबा केदार के दर्शन कर पूजा अर्चना की और रुद्राभिषेक कर विश्व एवं जन कल्याण की कामना की। इस दौरान उन्होंने केदारनाथ में चल रहे पुनर्निर्माण एवं विकास कार्यों की समीक्षा भी की। इसके बाद राज्यपाल बदरीनाथ धाम दर्शन के लिए पहुंचे।
इससे पहले रविवार प्रात: 6 बजे मांगलिक स्वर लहरियों के बीच बदरीनाथ धाम के कपाट खोले गए। हजारों श्रद्धालु इस पावन पल के साक्षी बने। कपाट खुलते ही धाम में आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा। वहीं, सीएम धामी ने भी तीर्थयात्रियों को धाम के कपाट खुलने की शुभकामनाएं दी। हल्की बारिश के बीच आर्मी बैंड एवं ढोल नगाड़ों की मधुर धुन और स्थानीय महिलाओं के पारंपरिक संगीत और नृत्य के साथ भगवान बदरी विशाल की स्तुति ने श्रद्धालुओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। धार्मिक परंपराओं के निर्वहन के साथ कुबेर जी, उद्धव जी एवं गाडू घड़ा दक्षिण द्वार से मंदिर में परिसर में लाया गया। इसके बाद मंदिर के मुख्य पुजारी रावल समेत धर्माधिकारी, हक हकूकधारी एवं बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के पदाधिकारियों ने प्रशासन एवं हजारों श्रद्धालुओं की मौजूदगी में विधि विधान के साथ मंदिर के कपाट खोले।
बदरीनाथ, केदारनाथ औऱ गंगोत्री की यात्रा में भक्तों का उत्साह अपने चरम पर है। शनिवार को दूसरे दिन केदारनाथ धाम में 22,599 श्रद्धालुओं ने बाबा केदार के दर्शन कर पुण्य अर्जित किया था। वहीं, गौरीकुंड-केदारनाथ पैदल मार्ग पर घोड़ा-खच्चर व दंडी-कंडी के यात्रा करने वालों के साथ ही पैदल यात्री दिनभर धाम की चढ़ाई नापते रहे। लेकिन यमुनोत्री में हालात काबू से बाहर हो रहे हैं।
श्रद्धालुओँ की भारी भीड़ उमड़न से एक तरफ प्रशासन डंडी कंडी और घोड़ा संचालकों को जानकीचट्टी में रेाक रहा है, वहीं, हाईवे पर ट्रैफिक जाम की समस्या भी दूर नहीं हो पा रही है। रविवार को भी हाइवे पर ट्रैफिक जाम देखा गया। हाईवे पर खरादी के पास आधी रात से वाहनों की कतार लगी रही। यमुनोत्री पैदल मार्ग पर सुबह से घोड़े खच्चरों और डंडी पालकी को रोका गया था। लेकिन श्रद्धालुओं के आक्रोश कोदेखते हुए उन्हें रोटेशन सिस्टम से चलाया जा रहा है। इधर, पुलिस प्रशासन का कहना है कि सुरक्षा के लिहाज से ऐसी व्यवस्था बनाई गई है। धीरे-धीरे उन्हें आगे भेजा जाएगा। पुलिस ने अपील की है कि आज के लिए और अधिक श्रद्धालुओं को पहुंचा पाना संभव नहीं है, इसलिए आज के लिए यमुनोत्री धाम की यात्रा कैंसिल कर दें।